mutual funds sip mistakes kya hai

क्या गलतियां SIP Investment करते समय नहीं करना है

आप क्या SIP के माध्यम से Mutual funds Scheme में निवेश कर रहे हैं तो आप यह 10 गलतियां नहीं करो।

मैं आपको बता देता हूँ कि mutual funds sip mistakes से हमारा क्या नुकसान होता है।

हमें ऐसा गलतियां SIP Investment करते समय नहीं करनी चाहिए।

मैं अपने इस Article mutual funds sip mistakes kya hai के माध्यम से इसकी जानकारी देता हूँ।

1. SIP Installment amount

बहुत से लोग सही SIP Installment चुनने में गलतियां करते हैं। अधिकतर लोग कम उम्र में अपनी कमाई का अधिक पैसा SIP Investment में लगा देते हैं।

कम उम्र में आपके ऊपर कम जिम्मेदारियां होती है लेकिन उम्र के बढ़ने के साथ-साथ आपकी जिम्मेदारी भी बढ़ने लगती है।

जैसे कि Personal loan, Car loan, Home loan और आपको अपने परिवार के प्रति अन्य दायित्वों का सामना करना पड़ता हैं।

अगर आपकी आय में पर्याप्त वृद्धि नहीं होती है तो आपको अपनी SIP Installment को बंद करना पड़ता है।

जो शायद आपके Goals को सही समय पर प्राप्त करने के लिए पर्याप्त ना हो।

आपको क्या करना चाहिए

SIP का मतलब है Systematic Investment Plan यानी आपको SIP के लिए एक Financial Planning बनानी होगी।

आप अपनी आवश्यकता और Goals के अनुसार ही SIP Start करें।

शुरुआत में SIP Amount ज्यादा और बाद में कम करना, आपके लक्ष्यों को पूरा नहीं कर सकता है।

इसलिए आपको अपने सभी जिम्मेदारियों का अनुमान लगाकर ही SIP के Amount का चुनाव करना होगा।

2. Short Term SIP Investment

कई लोग कम समय में ही SIP से अच्छी Wealth Creation करना चाहते हैं।

SIP करते समय यह सबसे बड़ी गलती मानी जाती हैं।

अगर आप Debt Fund में SIP कर रहे हो तो आपके Goals के अनुसार दो-तीन साल ठीक है।

परंतु जब बात Equity SIP की आती है तो आपको उसको कम से कम 5 से 7 साल का समय तो देना ही होगा।

3. SIP को Stop करना

एक बड़ी गलती जो हम लोग अक्सर कर ही देते हैं वो ये है की अपनी SIP को ही Stop कर देते हैं।

Note SIP Stop करने के 2 कारण हो सकते हैं

1. पैसों की समस्या

2. Market Volatility

पैसों की समस्या से छुटकारा पाने के लिए हमेशा SIP Amount ऐसा चुनें जिसे आप Regural payment कर सकें।

अपने बजट के हिसाब से ही SIP Installment की राशि चुने।

कुछ निवेशक तो market volatility के कारण अपनी SIP को stop या pause कर देते हैं।

मैं उनको एक ही बता रहा हूँ आपको Stock market Investment करना चाहिए।

दोस्तों SIP जो कि एक Regural Investment Plan होता है। इसमें आपको निवेश करते रहना चाहिए।

कभी भी Market को Time करने का प्रयास ना करें।

SIP की Amount बीच बीच में जमा नहीं करवाने से आपकी Compounding में बहुत फर्क पड़ता हैं।

अगर Stock market Down है तो आप अपनी SIP में Additional investment कर सकते हैं जिससे आपकी Cost ज्यादा Average होगी और आपको ज्यादा फायदा मिलेगा।

4. ज़्यादा Funds में निवेश करना

हम Risk diversify करने के लिए Multipal funds में SIP चालू कर देते हैं।

जैसे की आपकी किसी mid cap fund में ₹3,000 की SIP चल रही हैं और आपने ₹1,000 की तीन अलग-अलग mid cap scheme चुनकर SIP चालू कर दी।

इसे अच्छा निवेश नहीं माना जाता हैं। इससे आपका portfolio over diversify हो जायेगा।

इससे आपके returns पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता हैं।

एक ही Mutual fund Category के अलग-अलग Scheme लेने से आपको fund overlapping की समस्या का सामना भी करना पड़ सकता हैं।

Fund Overlapping यानि की आपने एक ही Category की अलग-अलग Schemes तो ले ली परन्तु उनमें अधिकांश Stock common हैं।

अक्सर ये गलती हो जाता है कि हम अपनी एक ही SIP को split करके अलग-अलग तारीखों में बाँट देते हैं।

यह एक Best Option होता हैं।

लेकिन अलग-अलग तारीखों पर SIP रखने से उस समय Bank में पर्याप्त Balance न होने से SIP की क़िस्त Default हो सकती हैं।

आपके पास प्रत्येक Mutual funds Category का एक ही Scheme हो तो इसे अच्छा माना जाता हैं।

वैसे अधिकतम Funds का कोई मानक नहीं है परन्तु फिर भी आपको अपने Portfolio में 5 से ज्यादा Funds नहीं रखने चाहिए।

5. Risk Profile पर ध्यान न देना

कई निवेशक अपनी Risk Capability के अनुसार निवेश नहीं करते और बाद में बहुत जल्दी Panic कर जाते हैं।

Equity SIP में हमेशा Risk बनी रहती हैं जो की Short term में बहुत ही ज्यादा होती हैं।

Risk Profile

हमें Risk Profile यह बताता हैं की आप कितना Risk उठाने के लिए तैयार हैं।

अगर आप बिलकुल भी Risk नहीं ले सकते और Equity SIP में निवेश कर देते हैं।

इसमें आपको Short Term Period में आपके Return Negative में दिखाई दे सकते हैं।

वैसे ही अगर आप कुछ Risk ले सकते हैं लेकिन आपने Small cap Fund Investment कर दिए हैं।

तो इस स्थिति में भी आपके लिए Small cap आपके लिए अच्छा विकल्प नहीं माना जाता।

इस Category में आप Blue Chip Fund Investment कर सकते हैं।

इसलिए अपनी Risk Capability के अनुसार ही Mutual fund Scheme चुनने चाहिए।

कम उम्र में आप ज्यादा Risk उठा सकते हैं परन्तु अगर आपकी उम्र ज्यादा हैं जैसे 50 वर्ष से ऊपर तो आपको ज्यादा Risk नहीं उठानी चाहिए।

6. SIP को Step up नहीं करना

SIP investment में समय के अनुसार वृद्धि नहीं करना हमारी एक बड़ी भूल हो सकती हैं।

अगर आज आपने ₹2,000 से SIP start की हैं तो इसका मतलब ये नहीं है की आप 5 साल बाद भी ₹2,000 की SIP ही जारी रखे।

बदलते हुए समय के अनुसार आपकी कमाई में वृद्धि होती रहती है।

इसलिए आपको अपने बढ़ते हुए आय के अनुसार अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अपने चुने हुए SIP की Amount को जरूर बढ़ाये।

7. Portfolio को समय-समय पर review नहीं करना

समय-समय पर अपने Mutual funds Portfolio को Research and Analysis करना भी बहुत जरुरी हैं।

समय-समय पर अपने Portfolio को Track करते रहने से आप यह तय कर पाते हैं की आप सही Track पर तो हैं।

SIP कोई ऐसा निवेश नहीं है जिसमे आपको रोज़-रोज़ अपने Portfolio को देखना होता हैं।

परन्तु आपको अपने Portfolio को एक साल में कम से कम एक बार तो Review करना ही चाहिए।

ऐसा इसलिए की अगर आपकी SIP Scheme यदि under perform कर रही है तो आप उसे दूसरी Scheme से replace कर सकते हो।

जिससे आपको अपने Goals को प्राप्त करने में मुश्किल न हो।

8. Perfect Time के लिए इंतज़ार करना

कई निवेशक SIP की शुरुवात करने के लिए भी सही समय का इंतज़ार करते रहते हैं।

ऐसा सोचना की Market अभी overvalued हैं, Market Down होने पर SIP शुरू करेंगे।

ऐसा करते-करते बहुत समय निकल जाता हैं।

SIP में सब समय का खेल हैं आप जितना समय अपनी SIP को देंगे आपकी Compounding उतनी ही तेज होगी।

SIP एक ऐसा निवेश है जो हमें Cost को Average करने की सुविधा देता हैं।

इसलिए SIP में शुरुवात करना हैं तो इसका कोई सही समय नहीं होता है।

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