mutual funds se loan kaise liya jata hai

अगर Mutual funds Investment करते हैं।
तो अपने Mutual funds Pledge करके Loan ले सकते हैं।

आप Shares के साथ भी यह कर सकते हैं Mutual funds से loan लेने में भी समय लगता है।

आप Mutual fund Investment को गिरवी रख कर loan ले सकते हैं।

इस Service and Facility का नाम,, LAMF {Digital Loan Against Mutual Funds} है।

आप Mutual fund Investment  को गिरवी रख कर loan लेने की सोच रहे हैं, तो आपके पास Mutual fund Investment भी होना चाहिए, आप केवल उन्ही Mutual fund के खिलाफ loan ले सकते हैं।

जिनको CAMS (Computer Age Management Services Private Limited) सेवा प्रदान करता है।

केवल Individual holding वाले Mutual fund Investment के खिलाफ ही loan मिलेगा।

जो Investment आपने Joint holding mode में किया है, उसके खिलाफ आपको loan नहीं मिलेगा।

CAMS India में कई Mutual fund Company {AMC} के लिए Registrar and Transfer Agent के रूप में काम करता है ।

CAMS Mutual fund Company को infrastructure Services भी प्रदान करता है।

CAMS जिन Mutual fund Company को सेवा प्रदान करता है, उन Mutual fund Company के साथ आपके Investment की पूरी जानकारी CAMS के पास रहती है।

इसीलिए CAMS इस पूरी Loan प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

Loan Application की प्रक्रिया के समय CAMS चुने गए Investment को pledge बनाता है और उसी के आधार पर Bank आपको loan देता है।

यह पूरी प्रक्रिया Offline भी हो सकती है परन्तु ऐसे में loan मिलने में थोडा समय लगेगा।

Equity and debt funds दोनों के खिलाफ loan ले सकते हैं, आपके Credit score से कोई भी फर्क नहीं पड़ेगा आपका Bad Credit score हो या फिर Credit history न हो, आप यह loan ले सकते हैं।

यह Overdraft facility के रूप में दी जाती है इसलिए आपने जितनी Amount ली है।

केवल उतनी Amount  पर ही Interest देना होगा Overdraft facility में आप कितनी बार भी पैसा निकाल सकते हैं।

For example आपके Mutual fund investment के पास 500000 की Overdraft facility है।

आप एक बार 500000 रुपये निकालते हैं, और कुछ समय बाद Amount का Payment कर देते हैं,

Payment कर के बाद आप फिर 500000 तक निकाल सकते हैं जब तक आप Overdraft facility को बंद नहीं कर देते, आप अपने Mutual fund Investment  को बेच नहीं सकते है।

Loan का Payment न होने की स्तिथि में bank आपके Mutual funds को बेच भी सकता है।

RBI के नियमों के अनुसार Equity Mutual fund के 50% से अधिक मूल्य का loan नहीं दे सकते
Debt Mutual fund में कोई Limitation नहीं है।

तो अगर आपके Equity Mutual fund का Investment का  मूल्य 100000 है, तो Bank आपको 50,000 से अधिक का loan नहीं दे सकता है।

अगर आपके पास 100000 के Debt Mutual fund होते, तो आप अधिक loan की अपेक्षा कर सकते थे।

हर Banks के Terms and Condition अलग-अलग हो सकते हैं।

loan लेने के बाद अगर Investment का मूल्य गिर जाता है, तो ऐसी स्तिथि में आपकी Overdraft से पैसा निकालने की Drawing power को कम कर दिया जाता है।

For example आपने 100000 के Equity fund को Pledge करके 50,000 का loan लिया था बाद में Investment का मूल्य गिर कर 80,000 हो जाता है।

ऐसी स्तिथि में आपकी Drawing power 50,000 से घटाकर 40,000 कर दी जायेगी।

अगर आप पहले से ही 40,000 से ज्यादा पैसा निकाल चुके हैं, तो आपको अतिरिक्त राशि पर penalty देनी पड़ सकती है।

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