mutual fund kyc kya hai

What is KYC in Hindi {Know Your Customer}

Mutual Fund KYC क्या है कैसे काम करते हैं इनके लाभ क्या है

KYC मतलब की अपने Customer को जानना होता है।

KYC के द्वारा Bank या अन्य कोई भी संस्था For example  Insurance Company and Mutual Funds Company अपने customers की पहचान और पते को निश्चित करती है।


KYC का Form भरवाने का नियम Reserve Bank of India द्वारा सूचित किया गया है।

KYC भरवाने से Bank को पता चलता है की Account खुलवाने वाला व्यक्ति अपने असली नाम और पता देकर ही Account खुलवा रहा है।

जिसकी वजह से Bank किसी भी गलत या अवैध काम को रोक सकती है।

KYC आपको किसी Bank में Account खुलवाते समय , Loan लेते समय देना पड़ सकता है।

इसके आलावा Share market and Mutual fund Investment करते समय या Insurance खरीदते समय जैसी और भी बहुत सी जगह पर भी KYC देना पड़ सकता है।

KYC के लिए आपको अपना Photo, पहचान का प्रमाण और पते का प्रमाण देना पड़ता है।

For example Aadhar Card, Driving License, Voter ID, PAN Card, and Passport

Mutual fund Expert हमेशा Investors को सलाह देते हैं कि Mutual fund Investment के पहले KYC कराना चाहिए।

KYC करने का Work एक Professional fund manager के द्वारा होता है।

जब भी कोई Mutual fund scheme में Investment करते हैं तो Mutual fund Company उसका KYC जरूर देखते है,

आज के समय में कोई भी मात्र ₹500 से mutual fund में invest कर सकते हैं।

Mutual fund में invest करने की minimum amount ₹500 है।

इसलिए long term के Invest में आपको Best Return and Profit मिल जाता है।

इस तरीके से mutual fund में invest करने से एक problem यह है कि आपको mutual fund का खुद ही research and analysis करना पड़ता है।

Mutual fund में 2 तरह से Investment करते है

आप Direct and Regural कर सकते हैं।

1. Direct Mutual fund scheme की parent company के पास directly जाये,
और वहा जाकर वो सीधे direct mutual fund में invest कर दें।

2. Regural आप सीधे mutual fund company के पास ना जाकर किसी mutual fund Agent के पास जाते है।

Mutual fund में KYC कैसे करते हैं

आप Online and Offline कर सकते हैं।

1. Online KYC के लिए Aadhar Card No. की जरूरत होती है।

इसके लिए पहले आप Asset Management Company का चुनाव कर लें।

इसके बाद चेक करें कि क्या इस Mutual fund company में E-KYC की Service and Facility है।

अगर नहीं है तो Campus KRA पर जाकर Procedure follow करके KYC की प्रक्रिया पूरी की जाती है।

Aadhar Card वाली KYC से आप एक वित्त वर्ष में 50,000 तक का Investment कर सकते हैं।

कुछ Mutual funds schemes में Video Call के जरिए Verification करते हैं।

इसमें आपको I-card and address proof देना होता है जिसके बाद 50,000 की सीमा खत्म हो जाती है।

2. Offline KYC इसके लिए A passport size photo, PAN card, any photo ID, address proof की जरूरत होती है।

आप AMC Office, Cams or Financial Advisor के माध्यम से KYC करा सकते हैं।

CKYC Form किसी भी AMC से प्राप्त किया जा सकता है,

CKYC सिर्फ Resident and diaspora पर ही लागू है, जो Investors पहले KYC की प्रक्रिया पूरी कर चुके हैं, उन्हें CKYC में किसी अतिरिक्त जरूरत को पूरा नहीं करना है।

KYC form, AMC/ KRA की Website and Registrar की Website  से भी Download किया जा सकता है।

AMC के Website से KYC form download करके जरूरी Document लगाने होते हैं।

इसके बाद इन Documenr को संबंधित जगह जमा करके KYC की प्रक्रिया Complete की जाती है।

एक बार Form जमा करने के बाद सभी Information को Verify किया जाता है और एक Unique KIN (KYC Identification Number) Generated किया जाता है।

और Investors को SMS and email द्वारा बताया जाता है।

कुछ AMC, KYC Registration Agency अपनी Website पर भी इसे चेक करने की Service and Facility देती हैं.

वहां Pan Card Enter करते ही KYC संबंधी Information दिखने लगती है।

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