share bazar kya hai aur yeah kaise kaam karta hai

Share Market क्या है कैसे काम करते हैं इनके लाभ क्या है

Finoin

क्या आप Share में निवेश करना चाहते हैं। इसमें निवेश करने से पहले Share market kya hota hai जान लेना आवश्यक है।

क्या आप भी जानना चाहते हैं कि Stock Market se Paise kaise kamaye इसका business क्या है ये कैसे काम करते हैं।

आपको इससे Invest करने के Decision लेने में Help मिलती है।

तो आपको मैं अपने इस Article Share Market Investment in Hindi के माध्यम से इसकी पूरी जानकारी देने वाला हूँ। इसमें कितना पैसा Invest करना होता है।

मैं आपको बताने वाला हूँ कि Share Market kaise kam karta hai ये हमें कितना लाभ देते हैं। हम इससे किस तरह से अमीर बन सकते है।

इस Article Share Market Business in Hindi में जान जाएगें की इसमें कैसे निवेश करें। और ये हमारे लिए कितना लाभदायक है।

या फिर हमारा कुछ नुकसान भी हो सकता है। यदि इसमें हमारा नुकसान नहीं होता है, तो इसमें हमें किसी दूसरे Investment Plans से कितना अधिक लाभ मिलेगा।

What is Share in Stock market

Share जो कि किसी भी Company की Capital (पूंजी) के एक छोटे-छोटे हिस्से को कहते है,

For example एक ABC नाम की Company है जिसका Capital है।

1000000 और अगर उस capital को 10000 हिस्सों में Divide कर दिया जाये, तो फिर उस Company के एक Share 100 का माना जाएगा।

Share holder Company का मालिक होता है, किसी भी business में जो capital लगाता है, उसे उस business का मालिक कहा जाता है।

आप जब भी किसी company का share खरीदते है, यानी आप अपना पैसा, उस company को Capital (पूंजी) के रूप में दे रहे है।

इसलिए आप जितने shares उस company के buy करते हैं, तो उन shares के Price (मूल्य) के बराबर आप भी उस company में मालिक बन जाते है।

मान लीजिए यदि आप ABC Compny के 500 Share खरीद लेते है तो इस हिसाब से आप 5% के मालिक बन जाते हैं।

Company को अपने business को बढ़ाने के लिए पैसों की जरूरत होती है, और फिर इन companies के पास पैसा उठाने के कई अलग-अलग तरीके होते हैं।

For example:- कि Angel investors से पैसा उठाना,

Venture capital से पैसा उठाना,

Bank या किसी Financial Institutional से loan लेना, Stock market यानी कि जनता (public) से पैसा उठाना।

Bond's and Debenture के माध्यम से, IPO के माध्यम से आदि।

Company के पास कई Source होते है, जहा से वो अपने पूंजी की आवश्यकता को पूरा करने के लिए Funds एकत्रित करती है।

लेकिन IPO को छोड़ बाकी सभी Source से मिलने वाला Funds जो कि company के ऊपर एक Loan की तरह होता है।

जिस पर उसे Regular Interest देने के साथ पूंजी की वापसी का दबाव रहता है।

पैसा उठाने के ये तरीके ये 2 category में divide होते हैं।

A:- What is Debt financing in Hindi

जब company,, debt financing के जरिये पैसा उठाती है, तो जहां से company ने वो पैसा उठाया है।

उन्हें fix time period के बाद company को वो पैसा लौटाना होता है, और साथ में interest (ब्याज) भी देना होता है।

Debt financing का best example होता है, bank से लिया हुआ loan

जब company किसी bank से loan लेते हैं, तो वे company कुछ fix time period के बाद उन्हे वो पैसा लौटाना होता है।

B:- What is Equity financing in Hindi

वहीं जब company है, Equity financing के जरिये पैसा उठाती है।

यानी की stock market पैसा उठाती है, तो company वो पैसा नहीं लौटाना होता है, और न ही कोई interest (ब्याज) देना होता है।

अगर company पैसा नहीं लौटा रही है, और ब्याज भी नहीं दे रही है।

तो company को उन investors के पैसों के बदले में क्या दे रही है, company को उन investors के पैसों के बदले में company में हिस्सेदारी देती है।

जिससे company को fund मिल जाता है, और वे investors उन company में भागीदार बन जाते हैं।

जब कोई Company पहली बार stock market से पैसा उठाती है, तो वो Equity financing कहलाती है।

Stock market,, जो कि company and investors के लिए एक ऐसा platform है, जहां company के shares को buy and sell किए जाते हैं।

Company,, Stock market के जरिए पैसे उठाती है, और Investors इसके जरिए company में हिस्सेदार बन पाते हैं।

जब कोई company पहली बार stock market से पैसा उठाती है, तो उसे IPO कहते हैं।

IPO में company,, investment bank के साथ मिलकर share की price decide करती है।

और company,, stock market में share जारी करती है, और जिन investors को वे share खरीदने होंगे वे Investors,, IPO में सीधे company से share खरीद सकते हैं।

IPO मे आप सिर्फ share को buy कर सकते हैं, आप उन share को sell नहीं कर सकते हैं।

उन share को sell करने के लिए आपको stock market में list होने तक इंतजार करना पड़ता है।

इस तरह से आप IPO में buy किए हुए shares को stock market में sell कर सकते हैं।

IPO में issue किए गए shares जब stock market में list हो जाते हैं तो आप उन share को stock market में sell कर सकते हैं।

जब आप IPO में Share खरीदते हैं तो वो share आप सीधे company से खरीदते हैं।

वहीं जब stock market से share खरीदते हैं, तो वो share किसी और investors से खरीदते हैं।

IPO में issue किए गए share को जब आप stock market में बेच देते हैं। 

तो वह share खरीदने वाले को transfer हो जाते हैं, और आपको IPO में invest किए हुए पैसे मिल जाते हैं।

Stock market में shares and fund (पैसे) investors के बीच अदला-बदली होते रहते हैं।

चाहे आप IPO में किसी Company के shares को buy करो या फिर stock market से shares को buy करो।

Shares को buy and sell करने के लिए आपको demat account की जरूरत होती है।

demat account आप किसी stock broker या फिर आप अपने bank से खुलवा सकते हैं।

क्योंकि demat account,, stock market के लिए compulsory होता है।

बिना demat account के आप stock market में कोई भी transaction नही कर सकते हैं।

Demat account जो कि Saving account की तरह होते हैं, जैसे कि आप saving account में हम अपने पैसे रखते हैं, वैसे ही इसमें shares रखे जाते हैं।

इसके साथ एक और Account खोला जाता है, जिसे trading account कहते हैं। इसके जरिए share को buy and sell किए जाते हैं।

और trading account के जरिए buy किए हुए shares को demat account में रखा जाता है।

Demat account खुलवाने के लिए आपको कुछ basics से documents लगते हैं।

For example:-

aadhar card, pan card, passport size photo, bank passbook etc.


Demat and Trading Account Opening के बाद Shares को 3 तरीके से buy and sell करते हैं।

A:- stock broker की mobile Apps से।

B:- stock broker की website से।

C:- stock broker को call करके आप अपने demat account में shares को buy and sell करने के लिए कह सकते हैं।

Stock market में लगभग हजारो companies हैं, और सभी company को track कर पाना असंभव होता है इसलिए,, Nifty and Sensex बनाए गए हैं।

A:- nifty दो शब्दों से मिलकर बना है national+ fifty, 50 इसलिए कि इसमें 50 company शामिल होते हैं।

B:- sensex भी दो शब्दों से मिलकर बना sensitive+ index इसमें 30 company को शामिल किया गया है।

Sensex and Nifty में जो भी company शामिल होते हैं वे बड़े sector की large company होते हैं और अपने-अपने sector की leader company होते हैं।

और ये सभी company,, best track record वाली company होते हैं।

तो इस तरह से nifty and sensex में जो company शामिल होते हैं उनके performance पर ये perform करता है।

तो इसके performance से Share market का Moment पता चलता है।

तो इस तरह से market में listed सभी company को track किए बिना nifty and sensex को देखकर market का हाल जान लेते हैं।

तो जब ये बढ़ जाते हैं तो हम कहते हैं कि market अच्छा perform कर रहा है। वहीं जब ये घट जाते हैं तो हम कहते हैं कि market खराब perform कर रहा है।


आप Stock market Investment Business करके दो तरह से पैसे कमा सकते हैं।

A:- What is Dividend in Stocks

Dividend यानी जब कोई company अपने profit का कुछ हिस्सा अपने share holders को देती है तो उसे Dividend कहते हैं।

Dividend देना company के लिए compulsory नहीं होता है।

Dividend देना है या नहीं देना है यह Company के board of directors,, decide करते हैं।

B:- What is Capital appreciation in Stocks

Capital Appreciation यानी share की Price बढ़ने से investment की value का बढ़ना होता है।

for example:-

जब आप ₹1000 का shares लेते हैं, और वे shares कुछ दिन बाद  ₹1200 के हो जाते हैं, तो इस ₹200 की बढ़त को capital appreciation कहते हैं।

Capital appreciation जो कि market से पैसा कमाने का मुख्य जरिया होता है।

Note सस्ता share खरीदना और महंगा होने पर बेच देना यही share market का एकमात्र मंत्र है।

और जहां आप इस market Place से लाखों Rupees कमाने की सोच रहे होंगे वहां आपको लाखों Rupees का नुकसान हो सकता है।

Share marketing business से आप लाखों rupees कमा भी सकते हो और लाखों rupees गवां भी सकते हो,

जैसे कि,,

अगर आपने Stock market से किसी भी Company के 10000 share खरीद लिए और उनका rate 10 rupees था तो आपको कुल 100000 payment करने होंगे,,

अब अगर उसकी कीमत 1 rupees हर share बढ़ जाती है तो आपको 10,000 का profit होगा,,

और अगर हर share पर 1 rupees कम हो जाता है, तो आपको 10000 का loss होगा।

Note:- सुबह खरीदें गए किसी भी Company के Shares को शाम तक बेचना होता है।

या फिर उसका Payment करना होता है, ये share market के Rules and Regulations हैं।

All Taxes of Stock market in Hindi

A:- BROKERAGE

B:- STT (securities Transaction Tax)

C:- STAMP DUTY

D:- TRANSACTION CHARGES

E:- SEBI TURNOVER CHARGES

F:- GST CHARGES

G:- DP CHARGES

Why Share markets is Needed in India

1. सबसे पहले देखते है, देश की Economy की नजर से

Share market जो कि किसी भी देश के Economy में खून की तरह है।

किसी भी देश का share market उस देश की प्रगति का सूचक होता है।

2. Share market देश की Industrial Development और Economy System की स्थिति के बारे में भी बताता है।

वैसे तो Stock market का देश की प्रगति में बहुत योगदान है, लेकिन इसके बहुत कुछ विशेष योगदान है जैसे कि,

देश की Economy में Share market का योगदान Industrial Development के लिए पूंजी की कमी को दूर करना, देश में Economy Stability प्रदान करना।

और एक share खरीदने वाले को share बेचने वाले और इसी तरह बेचने वालो को खरीदने वाले की जरुरत होती है,

और ये सब कुछ Stock market की मदद से बहुत ही आसानी से हो जाता है,

Stock market के बगैर आम आदमी Shares खरीदने और बेचने के बारे में सोच भी नहीं सकता।

What are the Benefits to the Investor from the Stock market

Shares को खरीदने और बेचने के लिए एक Market place, जो सब लोगो के लिए आसानी से उपलब्ध हो, Market की मदद से आसानी से ऐसा होना संभव है।

Share Market की Help से आज कोई भी share आप आसानी से कही से भी Internet की मदद से खरीद और बेच सकते है।

Share market की वजह से आपको Share investment में cash liquidity का बहुत बड़ा profit मिलता है।

और आपको Cash के बदले Share या Share के बदले Cash आसानी से मिल जाता है।

Stock market की वजह से हमें Shares के रख रखाव को लेकर कोई चिंता करने की जरुरत नहीं, हमारे सभी shares,, demat account में बिलकुल सुरक्षित होते है।

Share market हर किसी को मौका देता है, की वो Share market में investment से अच्छा लाभ कमाए।

Share market की help से कोई भी कही से भी invest कर सकता है।

उधोगो की नजर से Share market आज हर बड़ी company के लिए पूंजी प्राप्त करने का सबसे बेहतर विकल्प है।

Importance of Share market for the Company in India

Stock market के द्वारा company को मिलने वाली पूंजी जब तक company रहेगी तब तक के लिए है।

इसलिए Company,, Stock market से प्राप्त पूंजी long term finance होता है। Company पे interest का बोझ नहीं होता है।

Stock market से प्राप्त पूंजी long term पूंजी के साथ-साथ, ऐसी पूंजी होती है।

जिस पे उसे किसी तरह का कोई interest नहीं देना होता, जबकि किसी भी अन्य तरह के Loan पे company को interest देना पड़ता है।

Stock market में listed company में जिस व्यक्ति के पास जितने Share होते है, वो व्यक्ति सिर्फ उन shares के price तक ही उत्तरदायी होता है।

यानी कि, उस company के share holders का risk केवल shares के price के हद तक सिमित होता है,

Share market में सही तरह से invest के द्वारा किसी भी अन्य investment की अपेक्षा ज्यादा लाभ कमाया जा सकता है।


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1 Comments

  1. जबरदस्त पोस्ट! साझा करने के लिए आपका शुक्रिया!

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